बच्चों का रोना ज़िक्रे इलाही है,Bachcho Ka Rona Zikr E Ilahi Hai


*बच्चों का रोना ज़िक्रे इलाही है*
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 ```हज़रत अनस रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है के हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया,
अपने बच्चों को साल भर तक रोने के बाइस मत मारा करो क्योंकि चार माह तक बच्चे का रोना दर अस्ल, लाइलाहा इल्लल्लाह.. होता है और चार माह तक वो मेरी ज़ात पर दरूद शरीफ पढ़ता है और चार माह तक अपने वालिदैन के लिए उस का रोना दुआएं होती है।
गोया के बच्चे का रोना-रोना नही बल्कि वो अपनी बोली में ज़िक्रे खुदा व रसूल करता है, और अपने वालिदैन के लिए दअवाते बख्शिश में महव रहता``` है

📚 *नुज़हतुल मजालिस जि.2 स.411*

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