दाढ़ी मुंडाने या कतरनें पर वईदें तहदीदें
*💎दाढ़ी मुंडाने या कतरनें पर वईदें तहदीदें~*
*```✏सरकार आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा बरैलवी रदियल्लाहु अन्हू* ने दाढ़ी के मसअले में जो आयात व अहादीस और नुसूसे अइम्मा पेश फरमाई उन में से जो वईदें, मज़म्मते और तहदीदें वारिद है उनका खुलासा यह है कि दाढ़ी मुंडाने वाले या कतरनें वालें अल्लाह व रसूलुल्लाह अलैहिस्सलाम के नाफरमान है,शैताने लईन के अहमक है, अल्लाह व उसके रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम उससे बेज़ार है, हुज़ूरे पाक अलैहिस्सलाम को ऐसी सुरत देखने से कराहत आती हैं कि ऐसी सुरत यहुदीयों और हिन्दुओं की सुरत है और नसरानी वज़ा है और फिरंगियों से मुशाबेह हैं,ऐसे लोग रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के गिरोह से नही बल्कि नसारा,यहूदी व मजूस ब हुनूद के गिरोह से है, वाजिबुत्ताज़ीर है, शहरे बदर करने के क़ाबिल है, फितरत और खल्क़ुल्लाह को बदलने वाले है, जनाने मुखन्नस है, खुदा के अहद शिकन है, ज़लील व ख्वार है, घिनौने क़ाबिले नफरत है, मरदूदुश्शहादह है।```
```दाढ़ी मुंडाने वाले या कतरनें वालें पुरे इस्लाम में दाखिल न हुयें, हलाकत में है, मुस्तहिक़े बरबादी है, दीन में बेबहरा, आखिरत में बेनसीब है, अज़ाबे इलाही के मुंतज़िर है, ऐसे लोग अल्लाह तआला के सक़्त दुश्मन मबगूज़ है, सुब्हों-शाम अल्लाह कह्हार के गज़ब में है, क़यामत के दिन उनकी सुरते बिगाडी जायेंगी, ऐसे लोग अल्लाह व उसके रसूल अलैहिस्सलाम के मल्ऊन है, दुनिया व आखिरत में मल्ऊन है, अल्लाह और उसके फरिश्ते व बशर सबकी उन पर लानत है, फरिश्तों ने उनके लानती होने पर आमीन कही, ऐसों पर अल्लाह तबारक व तआला नज़रे रहमत न फरमायेगा, वह बहिश्त में न जायेंगें, अल्लाह तआला उन्हें जहन्नम में डालेगा।``` *(वल अयाज़ु बिल्लाही तआला)*
📚फतावा रज़वीया, जिल्द-09, सफा-136, 137
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*🕌🕋अल्लाह पाक मुसलमानों को अपने चेहरों को सुन्नते रसूल (दाढ़ी रखने) से आरास्ता करके इश्क़े रसूल के दावे में खरे उतरने की तौफीक़ अता फरमाये।* (आमीन)
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