वक़्त को कभी बुरा न कहो,Waqt Ko Kabhi Bura Na Kaho


*वक़्त को कभी बुरा न कहो*
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अक्सर देखा गया है कुछ बुरा हुआ... तो लोग कहते है कि वक़्त बुरा चल रहा है...

कुछ अच्छा हुआ... तो वक़्त अच्छा चल रहा हैं...

वक़्त में कोई power है जो किसी का अच्छा या बुरा कर सके...
हर चीज़ की तरह वक़्त भी अल्लाह का गुलाम हैं...

कुछ बुरा हो तो समझो अल्लाह की आज़माईश है... हमारे अपने आमाल की

अच्छा हो... तो करम अल्लाह का

और ऐसी कोशिश में हम लगे रहे कि अल्लाह का करम बना रहे...

अल्लाह हमें सही समझ अता फरमाये...
और हम अपने अल्फ़ाज़ों की अदाएगी दुरुस्त करे ऐसे हमारा ज़हन बनाये...

अच्छी सोच और दुरुस्त अल्फ़ाज़ों में है ख़ैर...

अल्लाह अपने करम से बनाये हमारी हर सुबह...

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